लेखनी डायरी
18/12/2021- जनवरी
डायरी जनवरी का महीना मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि जनवरी महीने की 30 तारीख को मेरा जन्म हुआ था। खैर मेरे घर में यानि की मायके में जन्मदिन मनाने की परंपरा कभी रही नहीं, इसलिए कभी बचपन में जन्मदिन मनाया ही नहीं और बड़े होते तक जन्मदिन मनाने की रही-सही इच्छा भी ख़त्म हो गयी।
शादी से पहले एक जनवरी को मैं और मेरी बहन साईं मंदिर जाते थे बाबा का आशीर्वाद लेने और अपने जन्मदिन वाले दिन मैं घर से खाना बनाकर ले जाती थी मन्दिर के बाहर गरीबों को बांटने के लिए। शादी के बाद सब छूट गया। जिंदगी बदल सी गयी।
यूँ तो पतिदेव को भी खास शौक नहीं है जन्मदिन मनाने का लेकिन हां पहले मेरे जन्मदिन के दिन वो ऑफिस से छुट्टी ज़रूर लेते थे और फिर हम मंदिर जाते थे दर्शन के लिए और फिर वहाँ से कहीं घूमने या फिर फिल्म देखने निकल जाते थे। वो समय भी बहुत अच्छा था।
जब मैं स्कूल में पढ़ाती थी तब सारे बच्चे पूरा दिन विश ही करते रहते थे, वो भी हाथ मिलाकर। ऐसा लगता था टीचर न होकर कोई सेलिब्रिटी हो गए हों जैसे। बच्चों में होड़ मची रहती थी उस दिन हाथ मिलाकर विश करने की। बड़े अच्छे दिन थे वो स्कूल के और उनसे भी ज़्यादा खूबसूरत वो समय, जो बच्चों के संग बिताया था।
आज के लिए बस इतना ही डायरी, फिर मिलते हैं बाद में।
❤सोनिया जाधव
# डायरी
Seema Priyadarshini sahay
04-Jan-2022 01:51 AM
सुंदर लेखन
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Ananya Pandey
18-Dec-2021 05:39 PM
Nice
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🤫
18-Dec-2021 03:36 PM
Oho behd khubsurt diary lekhn ma'am
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